नीम के पेड़ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- (UPSC2014) |
1. कुछ जाति के कीटों और बरुथियों के प्रचुरोद्भवन को नियंत्रित करने के लिए नीम के तेल का प्रयोग कीटनाशक के रूप में किया जा सकता है। |
2. नीम के बीजों का प्रयोग जैव-र्इंधन और अस्पताल अपमार्जकों का निर्माण करने में होता है। |
3. नीम के तेल का अनुप्रयोग औषधि उद्योग में होता है। |
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? |
A) केवल 1 और 2
B) केवल 3
C) केवल 1 और 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - 1, 2 और 3 |
व्याख्या - नीम में एजाडिरैक्टीन नामक रसायन उपस्थित होता है। इस रसायन में कीटों एवं कवकों को नष्ट करने का गुण होता है। फसल सुरक्षा के लिए कीटों की वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए नीम का प्रयोग किया जाता है। इसके कारण हानिकारक कीटों में प्रजनन क्षमता अवरुद्ध हो जाती है। नीम के प्रभाव से कीटों के लार्वा एवं वयस्क प्रतिकर्षित होकर भाग जाते हैं। जिससे वयस्क कीट बंध्य अर्थात नपुंसक हो जाते हैं एवं उनकी वृद्धि की क्षमता में कमी आ जाती है। नीम के विभिन्न भागों से परजीवी रोग, गर्भ निरोधक, चर्म रोग, मलेरिया, चेचक, दमा आदि की दवा तथा जहरीले जीवों आदि के विषैले प्रभाव को कम करने की दवा बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है। विभिन्न वनस्पति प्रजातियां जिनसे बायो-डीजल का उत्पादन में सहायक होती है, जैसे-जैट्रोफा, करंज, नागचंपा आदि। |
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