A) 2
B) 4
C) 5
D) 3
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 5 |
व्याख्या - गवर्नर-जनरल ब्रिटिश भारत का एक सर्वोच्च अधिकारी का पद हुआ करता था। ब्रिटिश भारत के समय कोर्इ भी भारतीय इस पद पर नहीं रखा गया, क्योंकि यह पद बहुत ही महत्वपूर्ण पद था और इस पर सिर्फ अंग्रेजों का ही अधिकार था। 1858 र्इ. तक, गवर्नर-जनरल को ब्रिटिश र्इस्ट इंडिया कंपनी के निदेशकों द्वारा चयनित किया जाता था और वह उन्हीं के प्रति जवाबदेह भी होता था। |
टिप्पणी - गवर्नर-जनरल का कार्यकाल पांच वर्ष के लिये होता था। इस अवधि से पहले भी उसे हटाया जा सकता था। इस काल के पूर्ण होने पर, एक अस्थायी गवर्नर-जनरल बनाया जाता था, जब तक कि नया गवर्नर-जनरल पदभार ग्रहण ना कर ले। अस्थायी गवर्नर-जनरल को प्राय: प्रान्तीयगवर्नरों में से ही चुना जाता था। |
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