1857 के विद्रोह की असफलता के प्रमुख कारण थे |
1. यह भारतीय समाज के सभी अंगों तथा वगोर्ं को अपनी चपेट में नहीं ले सका। |
2. यह विद्रोह भारत के सभी भागों में नहीं फैल सका। |
3. विद्रोह सत्ता पर अधिकार के बाद लागू किये जाने वाले सामाजिक विकल्प से रहित था। |
4. विद्रोहियों का अति राष्ट्रवाद की भावना से प्रेरित होना। |
A) केवल 1 और 2
B) केवल 1, 2 और 3
C) केवल 1, 3 और 4
D) 1, 2, 3 और 4
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर -केवल 1, 2 और 3 |
व्याख्या - 1857 के विद्रोह की असफलता के कारण निम्नानुसार थे - |
1857 के विद्रोह को जनता का व्यापक समर्थन प्राप्त था किन्तु यह पूरे देश को या भारतीय समाज के सभी अंगों तथा वगोर्ं तक प्रसारित नहीं हो सका। इस विद्रोह में असंतुष्ट शासक जो एक प्रतिशत से भी कम थे, ही शामिल हुए। |
इसके अलावा उच्च तथा मध्य वगोर्ं के अधिकांश लोग विद्रोहियों के आलोचक थे। आधुनिक शिक्षा प्राप्त भारतीयों ने भी विद्रोहियों का साथ नहीं दिया। |
विद्रोही जिस प्रकार अंधविश्वासों का प्रयोग करते या प्रगतिशील सामाजिक उपायों का विरोध करते थे, उससे ये भारतीय दूर हो गए। इसी तरह बंबर्इ, कलकत्ता तथा मद्रास के बड़े व्यापारियों ने भी अंग्रेजों का साथ दिया। |
विद्रोहियों के पास आधुनिक अस्त्र-शस्त्र तथा अन्य युद्ध सामग्री का अभाव था। सिपाही बहादुर तथा स्वार्थ रहित तो थे मगर उनमें अनुशासन की कमी थी। |
विद्रोहियों के पास एक भविष्योन्मुख कार्यक्रम, सुसंगत विचारधारा, राजनैतिक परिप्रेक्ष्य या भावी समाज और अर्थव्यवस्था के प्रति एक स्पष्ट ष्टिकोण का अभाव था। विद्रोह सत्ता पर अधिकार के बाद लागू किये जाने वाले किसी सामाजिक विकल्प से रहित था। |
टिप्पणी - 1857 का विद्रोह दक्षिण भारत तथा पूर्वी और पश्चिमी भारत के अधिकांश भागों में नहीं फैल सका क्योंकि इन क्षेत्रों में पहले ही अनेक विद्रोह हो चुके थे। भारत इस समय आधुनिक राष्ट्रवाद से अपरिचित था। विद्रोहियों में अपने क्षेत्र या राजसत्ता के प्रति प्रेम अधिक था। किसी अखिल भारतीय हित की चेतना का उदय अभी नहीं हुआ था। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec