A) नायलॉन
B) टेफ्लॉन
C) कैप्रोलेक्टम
D) पॉलीस्टाइरीन
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर- कैप्रोलेक्टम |
व्याख्या - कैप्रोलैक्टम एक कार्बनिक यौगिक होता है, जिसका सूत्र \[{{(C{{H}_{2}})}_{5}}.C(O)NH\]होता है। यह नायलॉन के लिए कच्चे पदार्थ के रूप में प्रयोग किया जाता है। |
टिप्पणी - नायलॉन-66 (Nylon-66)- यह पॉलिऐमाइड संवर्ग का बहुत सामान्य सा बहुलक है। इसमें अनुलग्न-66 का अर्थ है कि बहुलक श्रृंखला में अम्ल और डाइऐमीन दोनों में छ: छ: कार्बन परमाणु होते हैं। इसका निर्माण ऐडिपिक अम्ल (Adipic acid) या 1, 6-हेक्सेन डाइओइक ऐसिड तथा हेक्सामेथिलीन डाइऐमीन या 1, 6-डाइऐमीनो हेक्सेन के बहुलीकरण प्रक्रिया द्वारा किया जाता है। |
गुण- ये कठोर होते हैं तथा घिसते नहीं (resistant to abrasion) हैं। नायलॉन धागे की उच्च तन्य शक्ति होती है। इनकी संरचना प्रोटीन के समान है। उपयोग- वस्त्र उद्योग में धागे, गलीचे, इलेस्टिक जुराबें व बनियान (Elastic history) बनाने, ब्रिसल और ब्रश (Bristle and brushes) बनाने तथा शीट बनाने में होता है। |
नायलॉन-6 (Nylon-6) -इसे पेर्लोन-एल (Perlon-L) भी कहते हैं। यह कैप्रोलैक्टम (Carpolactum) का बहुलक है, कैप्रोलैक्टम में 7 सदस्यीय साधारण रिंग होती है, जिसमें छ:, रिंग कार्बन से जुड़ा होता है। कैप्रोलैक्टम, जो जल की कम मात्रा के साथ गरम करने पर जल-अपघटन से-ऐमीनो कैप्रोइक अम्ल का निर्माण है, जिसे लगातार ताप देते रहने पर संघनन बहुलीकरण द्वारा नायलॉन-6 बनता है। |
गुण- नायलॉन-6 धागों के गुण नायलॉन 66 के समान होते हैं। |
उपयोग- टायर-कॉर्ड (Tyre Cords), फेब्रिक्स एवं रस्से बनाने द्य में होता है। |
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