हिन्दू धर्म के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - |
1. वैदिक धर्म में मूर्तियों या मंदिरों का कोई स्थान नहीं था। |
2. उपनिषदों के अनुसार आश्रम जीवन की चार अवस्थाएं हैं। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - आरंभिक वैदिक धर्म में मूर्तियों या मंदिरों का कोई स्थान नहीं था। कालक्रम में अनेक कर्मकांड एवं अदृश्य शक्ति की पूजा प्रतीको एवं मूर्तियों के रूप में होने लगी । आज भी हिंदू धर्म में अनेक अनेक देवताओं का स्थान है उनकी पूजा की जाती है लेकिन इसका बुनियादी रुप कर्म और सांसारिक सिद्धांतों से जुड़ा है। उपनिषदों के अनुसार जीवन में चार अवस्थाएं होती है जिन्हें आश्रम के नाम से जाना जाता हैं । चार आश्रम हैं - ब्रह्मचर्य आश्रम, गृहस्थ आश्रम, वानप्रस्थ आश्रम और सन्यास आश्रम । यह सभी अवस्थाएं अंतरिम अवस्थाएं होती हैं जिन से होकर गुजरते हुए भी ध्यान तो अंतिम लक्ष्य पर ही केंद्रित होना चाहिए। |
टिप्पणी - वेद ,ब्राह्मण ग्रन्थ, पुराण, उपनिषद और भगवत गीता हिंदू धर्म से संबंधित प्रमुख ग्रंथ माने जाते हैं। हिंदू धर्म में दो महाकाव्य महाभारत और रामायण भी श्रेष्ठ माने जाते हैं। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec