A) पार्श्वनाथ
B) ऋषभदेव
C) महावीर
D) चेतक
E) त्रिशाल
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - ऋषभदेव |
व्याख्या - जैन धर्म के मूल संस्थापक या प्रवर्तक प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव या आदिनाथ माने जाते है। भगवान ऋषभदेव वर्तमान अवसर्पिणी काल के प्रथम तीर्थकर हैं। महावीर स्वामी जैन धर्म के 24 वें तीर्थकर थे, जिन्होंने छठी शताब्दी ईसापूर्व के जैन आंदोलन का प्रवर्तन किया। |
टिप्पणी - तीर्थकर का अर्थ है- तारने वाला अर्थात् जो स्वयं तप के माध्यम से आत्मज्ञान प्राप्त करते हैं। तथा संसार सागर से पार लगाने वाले तीर्थ की रचना करते हैं, वे तीर्थकर कहलाते हैं। अर्थात तीर्थकर वह व्यक्ति हैं जिन्होनें पूरी तरह से क्रोध, अभिमान, छल, इच्छा, आदि पर विजय प्राप्त की हो। |
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