ब्रिटिशों द्वारा भारत के रैयतवाड़ी व्यवस्था को लागू करने का प्रमुख कारण था - |
1. स्थायी बंदोबस्त में कंपनी को वित्तीय रूप से घाटा |
2. इन क्षेत्रों में बड़ी जागीर वाले जमींदारों का अभाव। |
A) केवल 1
B) केवल 1 और 2
C) ना तो 1 ना ही 2
D) केवल 2
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - केवल 1 और 2 व्याख्या -ब्रिटिशों ने भारत के कुछ क्षेत्र में कर की एक नर्इ व्यवस्था लागू की जिसे रैय्यतवाड़ी बंदोबस्त कहते हैं। ब्रिटिश अधिकारियों का मत था कि इन क्षेत्रों में बड़ी जागीरों वाले ऐसे जमींदार नहीं हैं जिनके साथ मालगुजारी (लगान) के बंदोबस्त किये जा सकें और इसलिये वहां जमींदारी प्रथा लागू करने से स्थिति बदल जाएगी। इसलिये उन्होंने सीधे वास्तविक किसानों के साथ बंदोबस्त किया। ब्रिटिश अधिकारियों को यह भी स्पष्ट हुआ कि स्थायी बंदोबस्त की व्यवस्था में कंपनी वित्तीय ष्टि से घाटा उठा रही है, क्योंकि उन्हें मालगुजारी में जमींदारों को हिस्सा देना पड़ता था और वे जमीन से होने वाली अतिरिक्त आय से वंचित रह जाते थे।You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec