A) मालवा
B) बुन्देलखण्ड
C) बघेलखंड
D) निमाड़
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - बुन्देलखण्ड |
व्याख्या - राई नृत्य बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है। यह नृत्य गुजरात के प्रसिद्ध गरबा नृत्य के समान ही प्रसिद्ध है। राई नृत्य बारहों महीने किया जाता है। बुंदेलखंडी जनमानस का हर्ष और उल्लास इस लोक नृत्य में अभिव्यक्त होता है। |
टिप्पणी - राई नृत्य में बेड़नियां नाचती हैं और बेड़नी के अभाव में स्त्री-वेशधारी पुरुष नाचते हैं। इस नृत्य के साथ फागें गाई जाती हैं। राई के गीत ख्याल, स्वांग आदि और भी कई प्रकार के होते हैं। राई नृत्य के साथ यहां विशेषत: सुप्रसिद्ध लोक कवि ईसुरी की फागें गाई जाती हैं। ईसुरी की फागों को प्रसिद्धि रंगरेजन नर्तकी और गायक धीर पण्डा ने दिलाई थी। स्मृति को राई दामोदर नदी भी कहते हैं जिसे भगवान कृष्ण और राधा से जोड़ा जाता है। |
विशेष - |
वाद्य यंत्र - इस नृत्य में मृदंग की थाप पर धुंघरुओं की झंकारती राई और उसके साथ नृत्यरत स्वांग ग्रामीणों का मनोरंजन करते हैं। नर्तकी बेड़नी के साथ मृदंग बजाने वाला नाचता है और नाचते हुये बेड़नी के समीप जाकर नृत्य करता है। |
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