पंजाब के लोकनृत्यों के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिये - |
1. गिद्दा पंजाब के युवकों द्वारा किया जाता है। |
2. पंजाब के झूमर नृत्य को परमानंद नृत्य भी कहते हैं। |
3. तीजन पंजाब में मनाया जाने वाला पुरुषों का नृत्य उत्सव |
उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - केवल 2 |
व्याख्या - कथन 2 सत्य हैं शेष दोनों कथन असत्य है। वस्तुत: गिद्दा पंजाब की युवतियों द्वारा किया जाता है एवं तीजन पंजाब में मनाया जाने वाला महिलाओं का नृत्य उत्सव है। |
टिप्पणी - पंजाब के प्रमुख लोकनृत्य - |
· गिद्धा नृत्य - गिद्दा पंजाब की युवतियों द्वारा किया जाता है। गिद्धा की नृत्य शैली में कंधों की मरोड़ एवं शरीर के निचले हिस्से को झुकाना शामिल है। इस नृत्य किसी भी संगीत वाद्ययंत्र का उपयोग नहीं किया जाता। गिद्दा के गायन को सामान्य रूप से भावनात्मक शब्दावलियों के साथ बोली या बिलोयान कहा जाता है। |
· झूमर नृत्य - झूमर नृत्य को परमानंद नृत्य के रूप में भी जाना जाता है। यह केवल पुरुषों द्वारा प्रदर्शन किया जाता है। झूमर ज्यादातर मेलों, विवाह और अन्य प्रमुख कार्यों और समारोहों के दौरान किया जाता है। यह बलूचिस्तान और मुल्तान क्षेत्रों से उत्पन्न हुआ। झूमर शब्द झूम से लिया गया है जिसका अर्थ है धीरे-धीरे बोलना। इस नृत्य के प्रदर्शन का विषय आमतौर पर प्यार और अन्य भावनाएं हैं। |
· तीजन नृत्य - तीजन पंजाब में मनाया जाने वाला महिलाओं का नृत्य उत्सव है। बारिश का स्वागत करने के लिए तीजन का प्रदर्शन किया जाता है और आम तौर पर बड़े छायादार पेड़ों के नीचे किसी भी जल निकाय के तट पर होता है, जहां झूलों को शाखाओं पर फेंक दिया जाता है और नृत्य शुरू होता है। |
नोट - विद्यार्थीयों को झूमर और घूमर लोकनृत्यों से सम्बंधित तथ्यों और सवालों को पढ़ते समय अति सजग रहने की आवश्यकता है। दरअसल प्रथम दृष्टया हम अक्षर ना पढ़कर शब्द पढ़ते हैं और झूमर और घूमर के प्रथम अक्षर को गलती से अनदेखा कर देते हैं। वस्तुत: झूमर और घूमर नृत्यों को राजस्थान से सम्बंधित मान लिया जाता है जबकि झूमर पंजाब का और घूमर राजस्थान का लोकनृत्य है। |
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