A) अहीर
B) बैगा
C) धोबी
D) तेली
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - धोबी |
व्याख्या - बुंदेलखंड क्षेत्र का कानड़ा नृत्य धोबी जाति का परंपरागत नृत्य है। भगवान कृष्ण या कान्हा से संबंधित इस नृत्य को नया जीवन तथा नया संबल और पुर्न प्रतिष्ठा दिलाने वाले |
टिप्पणी - |
· कानड़ा नृत्य में भक्ति आधारित गायन होता है जिसमें राम, कृष्ण तथा शिव की कथावस्तु की लीलाओं का वर्णन होता है। |
· वाद्य यंत्र - सारंगी, मृदंग, लोटा, झूला, कसावरी, टिमकी और खजरी होते हैं। |
· कानड़ा गीत में बुंदेली शब्द, बिरहा, रमपुरिया, राई सैरा, दादरों की धुन लय ताल में निकलते हैं, तो कानड़ा नर्तक की पैरों को थिरकन और कमर की लचक तथा नृत्य की वृत्तीय गतियां उत्कृष्ट कोटि की होती हैं। |
विशेष - मध्यप्रदेश के सागर जिले के लक्ष्मी नारायण रजक कानड़ा के दक्ष कलाकार हैं। |
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