अकबरकालीन चित्रकला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें |
1. रज्मनामा नामक पांडुलिपि सम्राट अकबर के दौरान तैयार हुई। |
2. अकबर ने दसवंत को अपने समय का प्रथम अग्रणी चित्रकार माना। |
उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - अकबर के शासन काल में रज्मनामा नामक पांडुलिपि तैयार की गयी। जिसमें दसवंत द्वारा बनाये गये चित्र मिलते हैं। इस विख्यात चित्रकार के चित्र रज्मनामा के अतिरिक्त अन्यत्र कहीं नहीं मिलते हैं। अकबर ने दसवंत को अपने समय का प्रथम अग्रणी चित्रकार तथा उसकी कृति रज्मनामा को मुगल चित्रकला के इतिहास में मील का पत्थर कहा है। |
टिप्पणी - |
अब्दुसस्मद के राजदरबारी पुत्र मुहम्मद शरीफ ने रज्मनामा के चित्रण कार्य का पर्यवेक्षण किया था। |
दसवंत की दो अन्य महत्वपूर्ण कृतियां - खानदाने तैमूरिया एवं तूतीनामा हैं। |
विशेष - |
अकबरनामा के चित्रों में चित्रों में पेड़ -पौधे, वन्यजीवों और भू-दृश्यों का जीवंत चित्रण मिलता है। |
अकबर के शासन काल में पहली बार भित्ति चित्रावली की शुरूआत हुई। |
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