राजस्थानी चित्रकला शैली के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - |
1. देवगढ़ शैली का प्रारम्भिक विकास महाराजा द्वारिकादास चुड़ावत के समय हुआ। |
2. श्री लाल जोशी, दुर्गादास जोशी, पार्वती जोशी का सम्बंध शाहपुरा शैली है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - उपरोक्त दोनो कथन सत्य हैं। देवगढ़ शैली का प्रारम्भिक विकास महाराजा द्वारिकादास चुड़ावत के समय हुआ जबकि इस शैली को प्रसिद्धी दिलाने का श्रेय डॉ. श्रीधर अंधारे को है। शाहपुरा शैली भीलवाडा जिले के शाहपुरा कस्बे में विकसित हुई। शाहपुरा की प्रसिद्ध कला फड़ चित्रांकन में इस चित्रकला शैली का प्रयोग किया जाता है। श्री लाल जोशी, दुर्गादास जोशी, पार्वती जोशी आदि शाहपुरा शैली से सम्बंधित हैं। |
टिप्पणी - (1) देवगढ़ शैली के प्रमुख चित्रित विषयं शिकार के दृश्य, अन्त:पुर, राजसी ठाठ-बाठ आदि हैं तथा इस शैली के प्रमुख चित्रकार बगला, कंवला, चीखा या चोखा, बैजनाथ आदि हैं। |
(2) शाहपुरा शैली के प्रसिद्ध चित्र हाथी व घोड़ों का संघर्ष से सम्बंधित है। |
विशेष - पार्वती जोशी शाहपुरा शैली फड़ शैली की प्रथम महिला चित्रकार हैं। |
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