हुमायूं के काल की चित्रकला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - (UPPSC 2005) |
1. मीर सैय्यद अली एवं ख्वाजा अब्दुस्समद हुमायूं के काल के चित्रकार थे। |
2. मीर सैय्यद अली को हुमायूं ने शीरी कलम की उपाधि प्रदान की थी। |
उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - (a) केवल 1 |
व्याख्या - मुगल चित्रकला की नÈव हुमायूं के समय मे पड़ी। हुमायूं ने फारस एवं अफगानिस्तान के अपने निर्वासन के दौरान मुगल चित्रकला की नींव रखी। फारस में ही हुमायूं की मुलाकात- मीर सैय्यद अली एवं ख्वाजा अब्दुस्समद से हुई। जिन्होंने मुगल चित्रकला का शुभारंभ किया। मीर सैय्यद अली को हुमायूं ने नादिर उल अम्र एवं अब्दुस्समद को शीरी कलम की उपाधि प्रदान की थी। हुमायूं ने इन दोनों को दास्ताने-आमिर- हम्जा की चित्रकारी का कार्य सौंपा। |
टिप्पणी - मीर सैय्यद अली हेरात के प्रसिद्ध चित्रकार बिहजाद का शिष्य था। अब्दुस्समद ने जो कृतियां तैयार की उसमें से कुछ जहांगीर द्वारा तैयार की गई गुलशन चित्रावली में संकलित है। हुमायूं की अस्थायी राजधानी काबुल में अब्दुस्समद द्वारा बनाई गई। |
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