वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, 1878 के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए |
1. यह अधिनियम द्वारा लॉर्ड रिपन द्वारा लागू किया गया। |
2. इस एक्ट को लॉर्ड लिटन ने 1881 र्इ. में निरस्त कर दिया। |
3. इस अधिनियम को मुंह बंद करने वाला अधिनियम कहा गया। उपरोक्त में से कौनसा/से कथन सत्य है/हैं? |
A) 1 एवं 3
B) 1 एवं 2
C) 1, 2 एवं 3
D) केवल 3
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - केवल 3 |
व्याख्या - वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, 1878 में लॉर्ड लिटन द्वारा लागू किया गया था। इस अधिनियम को मुंह बंद करने वाला अधिनियम कहा गया। इस एक्ट को लॉर्ड रिपन ने 1881 र्इ. में निरस्त कर दिया। जिन पत्रों के विरुद्ध इस अधिनियम को लागू किया गया, उनमें प्रमुख थे- सोम-प्रकाश तथा भारत-मिहिर। |
टिप्पणी - वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, 1878 मुख्यत: अमृत बाजार पत्रिका के लिए लाया गया था जो बांग्ला समाचार-पत्र था। इससे बचने के लिए ही यह पत्रिका रातों-रात अंग्रेजी भाषा की पत्रिका में बदल गर्इ। |
इस अधिनयम का प्रमुख प्रावधान निम्न थे |
प्रत्येक प्रेस को यह लिखित वचन देना होगा कि वह सरकार के विरुद्ध कोर्इ लेख नहीं छापेगा। |
प्रत्येक मुद्रक तथा प्रकाशक के लिए जमानत राशि जमा करना आवश्यक होगा। |
इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट का निर्णय अंतिम होगा तथा उसके खिलाफ अपील नहीं की जा सकेगी। |
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