A) बाएं से दाएं
B) भावचित्रात्मक
C) चित्रात्मक
D) इनमे से कोई नहीं
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - भावचित्रात्मक |
व्याख्या - सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि जिसे हड़प्पा लिपि या अरमाइक भी कहा जाता है, वो सांकेतिक चिन्ह हैं जो कि इस सभ्यता के पुरातत्व स्थलों की खुदाई के दौरान मिलने वाली पत्थर की मोहरों और अन्य वस्तुओं पर मिले हैं। हड़प्पा लिपि मुख्यत: भावचित्रात्मक है, जिसका हर अक्षर किसी ध्वनि, भाव या वस्तू का सूचक है। सिन्धु सभ्यता की लिपि के 600 से ज्यादा अक्षर हैं जिनमें से 60 ही मूल अक्षर हैं और बाकी के मूल अक्षरों में मात्राएं, अर्ध-अक्षर या अन्य अक्षरों के साथ जोड़कर बनाए जाते थे। ज्यादातर अभिलेख मोहरों पर हैं जिन पर केवल 1 से लेकर 6 तक अक्षर ही लिखे गए हैं। सबसे लंबे अभिलेख पर भी सिर्फ 17 अक्षर ही हैं। |
टिप्पणी - सिंधु लिपि का सबसे पहला नमूना 1853 ईस्वी में मिला था। 1923 ईसवी में इसके सभी सांकेतिक चिन्ह (अक्षर) प्रकाश में आ चुके थे. जो आगे होने वाली खुदाइयों में भी मिले। |
सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि को अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है। इस संबंध में खोज करने वाले सभी विद्वान ये मान चुके हैं कि इस लिपि को पढ़ना असंभव है क्योंकि इस लिपि को समझने के लिए हमारे पास आवश्यक स्रोत उपलब्ध नहीं है। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec