A) होयसलों के
B) वोडेयारों के
C) जमोरिनों के
D) मराठों के
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - मराठों के |
व्याख्या - मोड़ी या मोडी उस लिपि का नाम है जिसका प्रयोग वर्ष 1950 ईसवी तक महाराष्ट्र की प्रमुख भाषा मराठी को लिखने के लिये किया जाता था। मोड़ी शब्द का उदगम फारसी के शब्द शिकस्त के अनुवाद से हुआ है, जिसका अर्थ होता है तोड़ना या मोड़ना है। मोड़ी लिपि का मुद्रण देवनागरी लिपि की तुलना में अधिक जटिल है। इसलिए इसका प्रयोग वर्ष 1950 मे आधिकारिक रूप से बंद कर दिया गया और तब से आज तक मराठी भाषा के मुद्रण के लिए केवल देवनागरी लिपि का ही प्रयोग किया जाता है। |
टिप्पणी - मोड़ी-लिपि के विकास के संबंध में कई सिद्धांत प्रचलित हैं। उन सिद्धान्तों में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धान्त यादव के शासन के दौरान दिया था। एक अन्य सिद्धान्त के अनुसार हेमादपंत इस लिपि को श्रीलंका से लाये थे। |
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