A) हृदय
B) फेफड़े
C) गुर्दा
D) प्लीहा (तिल्ली)
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - प्लीहा (तिल्ली) |
व्याख्या - संक्रमित मादा ऐनोफेलीज मानव को काटती है तो : प्लाज्मोडियम जीवाणुज (स्पोरोजॉइट्स) के रूप में मानव शरीर .. में प्रवेश करते हैं। जीवाणुज संक्रामक रूप है। प्रारंभ में परजीवी यकृत में अपनी संख्या बढ़ाते रहते हैं और फिर त्ठब्े पर आक्रमण करते हैं जिससे त्ठब्े फट जाती हैं। त्ठब्े के फटने के साथ ही एक अविषालु (टॉक्सिक) पदार्थ हीमोजोइन निकलता है जो ठिठुरन और प्रत्येक तीन से चार दिन के अंतराल से आने वाले तेज बुखार के लिए उत्तरदायी है। जब मादा ऐनॉफिलीज मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काटती है, तब परजीवी उसके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और उनका आगे का परिवर्धन वहां होता है। ये परजीवी मच्छर में बहुत अधिक संख्या से बढ़ते रहते हैं और जीवाणुज बन जाते हैं जो उसकी लार ग्रंथियों में जमा हो जाते हैं। जब यह मच्छर किसी मानव को काटता है तो जीवाणुज उसके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और इस प्रकार ऊपर वर्णित घटना आरंभ हो जाती है। मलेरिया परजीवी को अपना जीवन चक्र पूर्ण करने के लिए, मनुष्य और मच्छर, दो परपोषियों की जरूरत पड़ती है। बार-बार के दौरों से कुछ ही दिनों में असंख्य RBCs के नष्ट हो जाने के कारण, मलेरिया के रोगी को एनीमिया हो जाता है। रक्त पतला और शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। प्राय: तिल्ली (Spleen) बढ़ जाती है। जो स्पलीन इण्डेक्स कहलाता हैं। बेहतर उपचार इलाज न होने पर रोगी की मृत्यु हो जाती है। |
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