1. अंतिम मौर्य शासक वृहद्रथ की हत्या उसके प्रधान सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने की थी। |
2. अंतिम शुंग राजा देवभूति की हत्या उसके ब्राहाण मंत्री वासुदेव कण्व ने की और उसने राजसिंहासन हथिया लिया। |
3. आंध्र ने कण्व राजवंश के अंतिम शासक को पद से वंचित किया था। |
A) 1 और 2
B) केवल 2
C) केवल 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर [d] 1, 2 और 3 व्याख्या - अन्तिम मौर्य शासक वृहद्रथ की हत्या कर पुष्यमित्र शुंग न जिस नवीन राजवंष की नींव डाली, वह शुंग वंष के नाम से जाना जाता है। शुग वंश के इतिहास के बारे में जानकारी साहित्यिक एवं पुरातात्विक दोनों साक्ष्यों से प्राप्त होती है। शुंग वंश का अंतिम राजा देवभूति विलासी प्रवृत्ति का था। अपने शासन के अंतिम दिनों में अपने ही अमात्य वसुदेव के हाथों उसकी हत्या कर दी गई। इसके उपरांत वसुदेव ने जिस नवीन वंश की स्थापना की वह कण्व वंश के नाम से जाना जाता है। इसमें केवल चार ही शासक हुए- वसुदेव, भूमिमित्र, नारायण - और सुशर्मा। इन्होंने 300 ई. पू. तक राज्य किया। आंध्र ने कण्व राजवंश के अंतिम शासक को पद वंचित किया था।You need to login to perform this action.
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