A) उप सहसंयोजक बंध
B) सहयोजक बंध
C) आयनिक बंध
D) हाइड्रोजन बंध
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - आयनिक बंध |
व्याख्या - जब दो परमाणुओं के मध्य इलेक्ट्रॉनों का स्थानान्तरण होता है तो उनमें से एक परमाणु एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉनों का त्याग करके धनायन (Cation) बनाता है तथा दूसरा परमाणु एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके ऋणायन (Anion) बनाता हैं। इस प्रकार इलेक्ट्रानों के स्थानान्तरण द्वारा दोनों यौगिकों के तत्वों के परमाणु स्थायी अष्टक संरचना ग्रहण कर लेते हैं। जब एक प्रबल धनविद्युती तत्व जिसका आयनन विभव कम होता हा (जैसे- सोडियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्सियम आदि धातुएं) किसी प्रबल ऋण विद्युती तत्व जिसकी इलेक्ट्रॉन बंधुता अधिक हो (जैसे- फ्लोरीन, क्लोरीन, ऑक्सीजन, सल्फर आदि अधातुओं) के साथ संयोग करता है तो उनके मध्य सामान्यत: आयनिक बंध बनता है। यह स्पष्ट है कि आयनिकआ बंध निम्न आयनन एंथैल्पी तथा अपेक्षाकृत निम्न इलेक्ट्रॉन बंधुता वाले तत्वों के बीच अधिक सरलता से बनते हैं। |
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