A) प्रभाजी आसवन
B) वर्णलेखन
C) निस्यन्दन
D) रवाकरण
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - रवाकरण |
व्याख्या - रवाकरण (Crystallization) विधि का प्रयोग ठोस पदाथोर्ं को शुद्ध करने में किया जाता है। उदाहरण के लिए, समद्री जल से जो नमक हम प्राप्त करते हैं उसमें बहुत सी अशुद्धियां हो सकती हैं। इन अशुद्धियों को दूर करने के लिए क्रिस्टलीकरण विधि का उपयोग किया जाता है। क्रिस्टलीकरण वह विधि है जिस के द्वारा क्रिस्टल के रूप में शुद्ध ठोस को विलयन से पृथक किया जाता है। |
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