तूफानी चालीसा के बारे मे निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - (lAS 2000) |
1. ये उत्तरी और दक्षिणी गोलाडोर्ं में निर्वाध बहती हैं |
2. ये बडी शक्ति और स्थिरता से बहती हैं |
3. इनकी दिशा सामान्य तौर पर दक्षिणी गोलार्द्ध में उत्तर-पश्चिम से पूर्व की ओर होती है |
4. मेघाच्छन्न आकाश, वर्षा और खराब मौसम इनके साथ सामान्य तौर पर संबंधित रहते हैं। |
इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं? |
A) 1, 2 और 3
B) 1, 3 और 4
C) 2, 3 और 4
D) 1, 2, 3 और 4
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - 2, 3 और 4 |
व्याख्या - तूफानी चालीसा पछुआ पवन है। दोनों गोला? में उपोष्ण उच्च वायुदाब कटिबंधों से उपध्रुवीय निम्न वायुदाब कटिबंधों की ओर चलने वाली स्थायी हवा को पछुआ पवन कहते हैं। इसकी दिशा पश्चिम होती है। तूफानी चालीसा \[40{}^\circ -50{}^\circ \] अक्षाशों पर दक्षिणी गोलार्द्ध में मुख्यत: दक्षिण हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवाहित होती हैं। इनके साथ प्रचंड झंझावात भी चलते हैं। प्रचंडता के कारण ही इन्हें गरजती चालीसा कहा जाता है। इनकी दिशा सामान्य तौर पर उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की ओर होती है। |
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