A) वायुमंडल की निश्चित ऊपरी सीमाएं होती हैं, परंतु यह धीरे-धीरे विरल होता जाता है, जब तक की वह अनवगभ्य न हो जाए।
B) वायुमंडल की कोर्इ निश्चित ऊपरी सीमाएं नहीं होती है, परंतु यह धीरे-धीरे विरल होता जाता है, जब तक की यह अनवगभ्य न हो जाए।
C) वायुमंडल की निश्चित ऊपरी सीमाएं होती हैं, परंतु यह धीरे-धीरे घना होता जाता है, जब तक की यह अनवगभ्य न हो जाए।
D) वायुमंडल की कोर्इ निश्चित ऊपरी सीमाएं नहीं होती है, परंतु यह धीरे-धीरे घना होता जाता है, जब तक की यह अनवगभ्य न हो जाए।
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - वायुमंडल की कोर्इ निश्चित ऊपरी सीमाएं नहीं होती है, परंतु यह धीरे-धीरे विरल होता जाता है, जब तक की यह अनवगभ्य न हो जाए। |
व्याख्या - वायुमंडल की ऊपरी परत के अध्ययन को वायुविज्ञान (Aerlgy) और निचली परत के अध्ययन को ऋतु विज्ञान (Meterlgy) कहते हैं। वायुमंडल के कुल भार का लगभग आधा भाग धरातल से 5500 किमी. की ऊंचार्इ पर पाया जाता है। आधुनिक अनुसंधानों से स्पष्ट होता है कि वायुमंडल की अंतिम ऊंचार्इ या विस्तार 16 हजार कि.मी. से 32 हजार किलोमीटर के बीच है। विभिन्न प्रकार के अध्ययनों से यह भी स्पष्ट होता है वायुमंडल की कोर्इ निश्चित ऊपरी सीमाएं नहीं होती है, परंतु यह धीरे-धीरे विरल होता जाता है। |
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