पुनर्योगज डी.एन.ए. तकनीक के चरण नीचे दिए गए हैं: (RPSC 2013) |
A. आनुवंशिक पदार्थ की पहचान एवं पृथक्करण |
B. डी.एन.ए का विखंडन |
C. बाह्य जीन उत्पाद की प्राप्ति |
D. प्रवाहिक प्रक्रिया |
E. डी.एन.ए. खंड को वाहक में जोड़ना |
F. इच्छित डी.एन.ए. खंडों का पृथक्करण |
G. रुचि वाले जीन का परिवर्धन |
H. पुनर्योगज डी.एन.ए. का पोषी कोशिका/जीव में स्थानान्तरण चरणों का सही अनुक्रम है: |
A) C\[\to \]A\[\to \]B\[\to \]D\[\to \]F\[\to \]E\[\to \]G\[\to \]H
B) A\[\to \]D\[\to \]C\[\to \]B\[\to \]E\[\to \]G\[\to \]F\[\to \]H
C) A\[\to \]B\[\to \]F\[\to \]G\[\to \]E\[\to \]H\[\to \]C\[\to \]D
D) H\[\to \]F\[\to \]G\[\to \]E\[\to \]A\[\to \]D\[\to \]B\[\to \]C
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर:-A\[\to \]B\[\to \]F\[\to \]G\[\to \]E\[\to \]H\[\to \]C\[\to \]D |
व्याख्या - रिकॉम्बीनेन्ट डीएनए तकनीक चरण विशिष्ट अनुक्रम में सम्मिलित हैं जैसे डीएनए का विलगन (पृथक्करण), डीएनए का खंडन, डीएनए खंड का संवाहक से बंधन, पुनर्योगज डीएनए का परपोषी में स्थानांतरण, परपोषी कोशिकाओं का माध्यम में व्यापक स्तर पर संवर्धन व वांछित उत्पाद का निष्कर्षण। |
उपरोक्त प्रक्रिया में शामिल चरणों का सही अनुक्रम- |
A. आनुवांशिक पदार्थ की पहचान एवं पृथक्करण |
B. डीएनए का विखंडन |
E.इच्छित डीएनए खंडों का पृथक्करण |
G. रुचि वाले जीन का परिवर्धन |
F. डीएनए खंड को वाहक में जोड़ना |
H. पुनर्योगज डीएनए का पोषी कोशिका/जीव में स्थानांतरण |
C. बाह्य जीन उत्पाद की प्राप्ति |
D. प्रवाहिक प्रक्रिया |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec