A) दो रज्जुकों (Two Srands) की पूरकता
B) द्विकुंडलिनी (Double- Helix)
C) प्रति मोड़ क्षारक युग्मों की संख्या
D) शर्करा-फॉस्फेट बैकबोन
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - दो रज्जुकों (Two Strands) की पूरकता |
व्याख्या - क्षार युग्मन पॉलीन्यूक्लियोटाइड शृंखलाओं की एक खास विशेषता है। ये श्रृंखलाएं एक दूसरे के पूरक है इसलिए एक स्ट्रेण्ड में स्थित क्षार क्रमों के बारे जानकारी होने पर दूसरी स्ट्रेण्ड के क्षार क्रमों की कल्पना कर सकते हैं। यदि डीएनए (इसे पैतृक डीएनए कहते हैं) की प्रत्येक स्ट्रेण्ड नए स्ट्रेण्ड के संश्लेषण हेतु टेम्पलेट का कार्य करते हैं। इस तरह से दो द्विकुंडलिनी DNA (जिसे संतति डीएनए कहते हैं) का निर्माण होता है जो पैतृक DNA अणु के समान होते हैं। इस कारण से आनुवंशिक DNA की संरचना के बारे में बहुत स्पष्ट जानकारी मिल सकी। |
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