A) सुपर-मानव के समाज की स्थापना से।
B) रंगभेद पर आधारित नस्लों की पहचान करने से।
C) मानव नस्लों के आनुवंशिक सुधारों से।
D) मानव जीनों और उनके अनुक्रमों की पहचान और मानचित्रण
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - मानव जीनों और उनके अनुक्रमों की पहचान और मानचित्रण से। |
व्याख्या - मानव जीनोम परियोजना (Human Genome Project -HGP) -आनुवांशिक अभियांत्रिक तकनीकों के विकास से किसी भी क्छ। खण्ड को विलगित व क्लोन किया जा सकता है। क्छ। सीक्वेंसेस को शीघ्र जानने के लिये साधारण तकनीक के विकास से मानव जीनोम के सिक्वेंसिंग को पता लगाने के लिए वर्ष 1990 में अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान तथा ऊर्जा विभाग द्वारा एक महत्वाकांक्षी अंतर्राष्ट्रीय HGP की शुरुआत की गर्इ। जिसमें ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान व चीन इस परियोजना में सहयोगी देश के रूप में शामिल हुए। यह परियोजना 14 अप्रैल, 2003 को पूर्ण की गर्इ। इस योजना को मानव जीनोम योजना कहते हैं। |
मानव जीनोम में लगभग \[3\times {{10}^{9}}\]क्षार युग्म मिलते हैं यदि सीक्वेंस को जानने के लिये प्रति क्षार तीन अमेरिकन डॉलर (\[US\$3\]) खर्च होते हैं तो पूरी योजना पर खर्च होने वाली लागत लगभग 9 बिलियन अमेरिकी डॉलर होगा। प्राप्त सीक्वेंस को टंकणित रूप में किताब में संग्रहित किया जाये तो 1000 पृष्ठ होंगे तब इस तरह से एक मानव कोशिका के DNA सूचनाओं को संकलित करने हेतु 3300 किताबों की आवश्यकता होगी। विश्व स्तर का प्रोग्राम हयूमन जीनोम प्रोजेक्ट का सम्बन्ध मानव जीनों और उनके अनुक्रमों की पहचान और मानचित्रण से है। HGP के बारे में जानकारी जीव विज्ञान के इस नये क्षेत्र का तेजी से विस्तार से हुआ है, जिसे जैव सूचना विज्ञान (Bioinformatics) कहते हैं। |
टिप्पणी - मानव जीनोम - मानव जीनोम DNA से निर्मित है। DNA 4 प्रकार के रासायनिक क्षार एडीनीन (A), थाइमीन (T), साइटोसीन तथा ग्वानीन (G) से निर्मित होता है। मानव जीनोम में ये क्षार जोड़े में होते हैं। जीनोम में ये क्षार एक विशेष क्रम में होने चाहिए जिससे जैव विविधता का निर्धारण होता है। |
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