A) कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।
B) कथन तथा कारण दोनों सही हैं, परन्तु कारण, कथन की सही व्याख्या नहीं है।
C) कथन सही है, परन्तु कारण गलत है।
D) कथन गलत है, परन्तु कारण सही है।
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है। व्याख्या - भारतीय संविधान की प्रकृति ,एकात्मक है या संघात्मक, इस तथ्य के सम्बन्ध में विभिन्न संविधानविद् ,एवं विशेषज्ञों में मतभेद हैं। कुछ विशेषज्ञ इसे संघात्मक संविधान की संज्ञा देते हैं, जबकि कुछ इसे ,एकात्मक संविधान मानते हैं। लेकिन ये दोनों ही मत अतिवादी हैं। वास्तविक स्थिति यह है कि, भारत का संविधान न तो पूर्णतया ,एकात्मक है और न ही संघात्मक बल्कि इसमें ,एकात्मक और संघात्मक दोनों संविधानों के तत्व विद्यमान हैं। अतः इसे अर्द्धसंघीय संविधान कहना अधिक उचित होगा। उच्चतम न्यायालय ने भी अपने निर्णय में स्पष्ट किया है कि, भारत का संविधान संघीय नहीं है, यद्यपि इसमें कई संघीय लक्षण पाये जाते हैं।You need to login to perform this action.
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