A) कार्यपालिका
B) न्यायपालिका
C) विधायिका
D) सिविल समाज
Correct Answer: B
Solution :
व्याख्या-भारतीय संविधान के आधारभूत ढाँचे का सिद्धान्त न्यायपालिका द्वारा केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य वाद में वर्ष 1973 में 13 जजों की बैच के द्व रा दिया गया था। इस निर्णय में यद्यपि संविधान संशोधन की संसद की शक्ति को स्वीकार किया गया था, परंतु यह भी कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद-368 संसद को संविधान की मूल संरचना या मूल-ढांचे में परिवर्तन की शक्ति प्रदान नहीं करता है।You need to login to perform this action.
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