18वीं सदी के हैदराबाद राज्य के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये |
1. अहमदशाह अब्दाली ने पानीपत की तीसरी लड़ाई में मुगल सेना को परास्त किया। ऽ |
2. निजाम-उल-मुल्क स्वयं मुगल वजीर का अपना पद छोड़कर दक्कन चला गया। उपर्युक्त कथनों में से कौन-साध्से सही है/हैं? |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2 दोनों
D) न तो 1 और न ही 2
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - केवल 2 व्याख्या - कथन 1 - अहमदशाह अब्दाली नादिरशाह के सबसे योग्य सेनापतियों में से एक था। उसने मुगल साम्राज्य में कई बार लूटपाट की। उसने नादिरशाह के मरने के बाद अफगानिस्तान पर अपनी सत्ता कायम करने में सफलता प्राप्त की। उसने 1761 ई. में मराठों को पानीपत की तीसरी लड़ाई में हराया। इस हार से मराठों की इस महत्वाकांक्षा को बड़ा धक्का लगा कि वे मुगल बादशाह पर नियंत्रण रखेंगे और देश पर आधिपत्य कायम करेंगे। अतः कथन (1) गलत है। कथन 2 - मुहम्मदशाह की अक्रमर्ण्यता तथा अयोग्यता के कारण मुगल वजीर निजाम-उल-मुल्क ने अपना पद त्याग कर अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने का फैसला लिया। वह 1722 ई. में वजीर बना था और अक्टूबर, 1724 में अपना पद त्यागकर दक्कन में हैदराबाद रियासत की नींव डालने दक्षिण गया।You need to login to perform this action.
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