भूकंप के बारे में निम्नलखित कथनों पर विचार कीजिए - (lAS 2001, lAS 20006) |
1. भूकंप की तीव्रता को मरकेली स्केल पर नापा जाता है। |
2. भूकंप का मैगनीटुड विमुक्त ऊर्जा की माप है। |
3. भूकंप के मैगनीटुड भूकंपी तरंगों के आयाम के सीधे मापनों पर आधारित हैं। |
4. रिक्टर स्केल में, हर पूर्णाक विमुक्त ऊर्जा के परिमाण में सौ गुनी वृद्धि का निदर्शन करता है। इन कथनों में से कौन-कौन से सही हैं? |
A) 1, 2 और 3
B) 2, 3 और 4
C) 1 और 4
D) 1 और 3
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - 1, 2 और 3 |
व्याख्या - भूकंप की तीव्रता मापने के मुख्यत: दो पैमाने होते हैं जिन्हें रिक्टर स्केल एवं मरकेली स्केल के नाम से जाना जाता है। |
मरकेली पैमाने में भूकंप को उसकी तीव्रता से नहीं अपितु उसकी ताकत (शक्ति) के आधार पर मापा जाता है। हालांकि भूकंप सम्बन्धी जानकर इस पैमाने को रिक्टर स्केल से कम वैज्ञानिक माना जाता है। |
रिक्टर स्केल भूकंप की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है। इसे रिक्टर मैगनीटुड टेस्ट स्केल कहा जाता है। यह एक लघुगुणक आधारित स्केल होता है, जो भूकंप की तरंगों की तीव्रता को मापता है। |
रिक्टर स्केल में माप - भूकंप की तरंगों को रिक्टर स्केल 1 से 9 तक के अपने मापक पैमाने के आधार पर मापा जाता है। इस स्केल के अंतर्गत प्रति स्केल भूकंप की तीव्रता 10 गुना बढ़ जाती है और भूकंप के दौरान निकलने वाली ऊर्जा प्रति स्केल 32 गुना बढ़ जाती है। |
विशेष - रिक्टर पैमाने को वर्ष 1935 में कैलिफॉर्निया इंस्टीटुड ऑफ टेक्नोलाजी में कार्यरत वैज्ञानिक चार्ल्स रिक्टर ने बेनों गुटेनबर्ग के सहयोग से बनाया था। |
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