निम्नलिखित में से कौन-कौन से मधुमेह से सम्बन्धित है, जो प्रौढ़ो का एक सामान्य रोग है? (UPSC 1996, JPSC 2013, UPPSC2004, 2015, BPSC 1994, 2000,2016, UKPS2003) |
1. रक्त में शर्करा का उच्च स्तर |
2. रक्त में शर्करा का निम्न स्तर |
3. रक्त में इन्सुलिन की निम्न मात्रा |
4. रक्त में इन्सुलिन की अधिक मात्रा |
कूट: |
A) 2 और 4
B) 1 और 2
C) 2 और 3
D) 1 और 3
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - 1 और 3 |
व्याख्या - मधुमेह रोग एक उपापाचयी सम्बंधित रोग है, जिसमें रक्त में शर्करा के स्तर में वृद्धि हो जाती है। इसमें मुख्य दो कारणों से है - शरीर में पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन स्त्रावित नही । होने पर या फिर शरीर इन्सुलिन के स्त्रावित होने पर उपयोगी साबित ना हो। इन्सुलिन 30 अमीनो अम्ल का एक पॉलिपेप्टाइड तथा 21 अमीनो अम्ल के दूसरे पॉलिपेप्टाइड श्रृंखला से निर्मित होता है एवं अग्न्याशय की बीटा-कोशिका द्वारा स्त्रावित होता है इंसुलिन हार्मोन ग्लूकोज समस्थापन के नियमन में मुख्य भूमिका निभाता है। इंसुलिन मुख्यत: हिपेटोसाइट और एडीपोसाइट पर कार्य करता है और कोशिकीय ग्लूकोज अभिग्रहण और उपयोग को बढ़ाता है। इसके फलस्वरूप ग्लूकोज तीव्रता से रक्त हिपेटोसाइट और एडीपोसाइट में जाता है तथा रक्त में शर्करा का स्तर कम (हाइपोग्लासीमिया) हो जाता है। इंसुलिन लक्ष्य कोशिकाओं में कार्बोहाइड्रेट के पाचन से बने ग्लूकोज को ग्लाइकोजेन परिवर्तित करने की प्रक्रिया को भी प्रेरित करता है और निर्मित हुआ ग्लाइकोजन यकृत एवं पेशियों में संग्रहित होता है। शरीर में इन्सुलिन की कमी होने पर यकृत कोशिकाओं में ग्लूकोज को ग्लाइकोजन में परिवर्तित करने एवं संग्रह करने की क्षमता कम हो जाती है परिणामस्वरूप रुधिर में ग्लूकोज की सान्द्रता बढ़ जाती है। लंबी अवधि तक हाइपरग्लाइसीमिया (अति ग्लूकोज रक्तता) होने पर डायबिटीज मेलीटस (मधुमेह) बीमारी हो जाती है जो मूत्र के साथ शर्करा का ह्रास और हानिकारक पदार्थो जैसे कीटोन बॉडीज के निर्माण से जुड़ी है। यही अवस्था ग्लाइकोसुरिया कहलाती है। |
टिप्पणी -रक्त में ग्लूकोज समस्थापन का नियमन सम्मिलित रूप से दो हार्मोन इंसुलिन और ग्लूकेगॉन द्वारा होता है। अग्नाशय की अल्फा कोशिकाओ से ग्लूकेगॉन पेप्टाइड हार्मोन स्त्रावित होता है जो सामान्य रक्त शर्करा स्तर के नियमन में मुख्य भूमिका निभाता है। ग्लूकेगॉन मुख्य रूप से यकृत कोशिकाओं पर कार्य कर ग्लाइकोजन अपघटन को प्रेरित करता है जिसके फलस्वरूप रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त पेट ग्लूकोनियोजिनेसिस की प्रक्रिया को भी प्रेरित करता है जिससे कि हाइपरग्लाइसिमिया (अति ग्लूकोज रक्तता) होती है। ग्लूकेगॉन कोशिकीय शर्करा के अभिग्रहण और उपयोग को कम करता है। अत: ग्लूकेगॉन हाइपरग्लाइसिमिक हार्मोन है। |
विशेष - इंसुलिन में सूक्ष्म मात्रा जिंक धातु तत्व होता है।। यह इंसलिन उपापचय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और एक अच्छे एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है। यह अग्नाशयी इंसुलिन सामग्री को बढ़ाता है और ग्लूकोज परीक्षण में सुधार करता है। इंसुलिन मधुमेह के शुरुआत में प्रतिरोध का मुख्य घटक जस्ता को माना जाता है। डहेलिया की जड़ें (Roots) से कृत्रिम इंसुलिन बनाया जा सकता है। |
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