हिमालयी अपवाह तंत्र के नदियों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें |
1. मैदानी क्षेत्रों में ये नदियां सर्पाकार मार्ग का अनुसरण करती |
2. ये नदियां V आकार की घाटियां बनाती हैं। |
उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सत्य हैं? |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - हिमालयी अपवाह तंत्र भूगर्भिक इतिहास के लंबे कालावधि में विकसित हुआ है। गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र जैसी नदी द्रोणियां इसके अंतर्गत शामिल हैं। ये नदियां वर्षभर जल धारण करती है। |
हिमालयी नदियां पर्वतीय भाग में अनियमित टेढ़े-मेढ़े मार्ग का अनुसरण करती है, जबकि मैदानी भागों में ये सर्पाकार मार्ग का अनुसरण करती है और अपने बहाव के मार्ग को परिवर्तित करती रहती है। |
हिमालयी नदियां हिमालय के उत्थान के साथ-साथ अपरदन क्रिया के कारण निर्मित महाखड्डों से होकर गुजरती है। इसके अतिरिक्त ये नदियां पर्वतों से गुजरने के क्रम में V आकार की घाटियां बनाती हैं। ध्यातव्य हो कि कोसी नदी के मार्ग बदलने से आने वाली बाढ़ के कारण इसे बिहार का शोक कहते हैं। |
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