A) स्थलीय भागों की अपेक्षा महासागरों के ऊपर वर्षा अधिक होती है।
B) विषुवत् वृत्त से \[25{}^\circ \]से \[40{}^\circ \]उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांश के मध्य पूर्वी तट पर बहुत अधिक वर्षा होती है।
C) उपरोक्त दोनों
D) इनमें से कोर्इ नहीं
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - उपरोक्त दोनों |
व्याख्या - किसी भी क्षेत्र की अक्षांशीय स्थिति उस क्षेत्र में होने वाली वर्षा के लिए उत्तरदायी होती है। भूमध्यरेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर वर्षा के वितरण में कमी आती जाती है। भूमध्यरेखीय क्षेत्र अधिक ताप प्राप्ति के कारण अधिक वर्षा प्राप्त करते हैं इसके विपरीत ध्रुवीय क्षेत्रों में ताप की कम प्राप्ति के कारण वर्षा बहुत कम होती है। जल व स्थल की स्थिति के अनुसार पवनों का स्वरूप निर्धारित होता है। इन दोनों की स्थिति के अनुसार ही जलीय व थलीय पवनें चलती हैं। जिन क्षेत्रों में जलीय पवनें, चलती हैं वहां वर्षा की प्राप्ति अधिक होती है जबकि स्थलीय पवनें प्राय: शुष्क होती हैं। |
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