Super Exam Physics Work, Energy And Power / कार्य, ऊर्जा एवं शक्ति Question Bank कार्य, ऊर्जा एवं शक्ति

  • question_answer
    कार्य का मात्रक है                            (UPPCS 1996)

    A) जूल

    B) न्यूटन

    C) वॉट

    D) डाइन

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - जूल
    व्याख्या - कार्य का मात्रक जूल होता है। जब किसी वस्तु पर बल लगाकर विस्थापन उत्पन्न होता है तो बल द्वारा किया गया कार्य, बल तथा बल की दिशा में विस्थापन के गुणनफल के बराबर।
    कार्य = बल \[\times \] विस्थापन (बल की दिशा में)
    \[W\text{ }=\text{ }F\times \text{ }Ad\]
    कार्य एक अदिश राशि है। कार्य का मात्रक - न्यूटन मीटर या जूल होता है। वाट - ऊष्मा का मात्रक होता है।
    न्यूटन- बल का मात्रक है।
    1 न्यूटन = 10 डाइन
    1 ग्राम भार = 980 डाइन।
    विशेष - ऊर्जा के विभिन्न प्रकार उष्मीय ऊर्जा - किसी वस्तु में अपने ताप के कारण कार्य करने की जो क्षमता होती है उसे उस वस्तु की उष्मीय ऊर्जा कहा जाता है। उदाहरण- अपनी हथेलियों को आपस में रगड़ते है तो वे गर्म हो जाते है। सौर ऊर्जा- सौरमंडल में सूर्य ऊर्जा का प्रत्यक्ष और सबसे बड़ा स्रोत होता है। सूर्य द्वारा विकसित ऊर्जा ही सौर ऊर्जा कहलाती है। रासायनिक ऊर्जा- रासायनिक क्रिया से प्राप्त ऊर्जा रासायनिक ऊर्जा कहलाती है। जैसे-  बल्ब का जलना, मोमबती का जलना, चूने में पानी डालने पर पानी का खौलना। विद्युत ऊर्जा- विद्युत ऊर्जा आवेश के प्रवाह से उत्पन्न होती है। जैसे-  पंखे का चलना, बल्ब का जलना, मोटर का चलना द्रव्यमान ऊर्जा प्रत्येक द्रव्य में उसके द्रव्यमान के कारण जो ऊर्जा संचित रहती है वह द्रव्यमान ऊर्जा कहलाती है। E = \[m{{c}^{2}}\]: (E = पदार्थ में निहित ऊर्जा, C = प्रकाश का वेग, M = पदार्थ के द्रव्यमान) नाभिकीय ऊर्जा, प्रकाश ऊर्जा, ध्वनि ऊर्जा इत्यादि।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner