Super Exam History Khilafat Movement and Non-Cooperation Movement Question Bank खिलाफत आंदोलन एवं असहयोग आंदोलन

  • question_answer
    निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए-
    कथन (A): महात्मा गांधी द्वारा 1922 र्इ. में असहयोग आंदोलन स्थगित कर दिया गया। कारण (R): इस स्थगन का सी. आर. दास एवं मोतीलाल नेहरू द्वारा विरोध किया गया।
    नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए

    A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), की सही व्याख्या करता है।

    B) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), की सही व्याख्या नहीं है।

    C) सही है, परन्तु (R) गलत है।

    D) गलत है, परन्तु (R) सही है

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), की सही व्याख्या नहीं है।
    व्याख्या - 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर पुलिस ने संयुक्त प्रांत (वर्तमान उत्तर प्रदेश) एक जुलूस को रोकने की कोशिश की, इसके फलस्वरूप जनता ने क्रोध में आकर थाने में आग लगा दी, जिसमें एक थानेदार एवं 22 सिपाहियों की मृत्यु हो गर्इ। इसी क्रम में 12 फरवरी 1922 को बारदोली (वर्तमान गुजरात के सूरत) में हुर्इ कांग्रेस की बैठक में असहयोग आंदोलन को समाप्त करने के निर्णय के बारे में गांधी जी ने यंग इण्डिया में लिख था कि, ‘‘आंदोलन को हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यातना, यहां तक की मौत भी सहने को तैयार हूं।’’ अब गांधी जी ने रचनात्मक कायोर्ं पर जोर दिया। इस स्थगन का सुभाष चन्द्र बोस, अलीबंधु, सी. राजगोपालाचारी, सी. आर. दास एवं मोतीलाल नेहरू द्वारा विरोध किया गया और स्वराज पार्टी की स्थापना की गर्इ।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner