Super Exam Biology The Nervous System / तंत्रिका तंत्र Question Bank तंत्रिका तंत्र

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    निम्नलिखित में से कौन सा अनुकंपी तंत्रिका तंत्र का कार्य है?
    1 यह त्वचा के इरेक्टर पेशियों में संकुचन करता है जिसके कारण बाल खड़े हो जाते हैं।
    2. हृदय को संकुचित कर यह हृदय गति को बढ़ाता है।
    3. इसकी सक्रियता से स्वेद ग्रन्थियों में स्राव आरंभ होता है।
    उपरोक्त कथनो में से कूट की सहायता से सही विकल्प चुनिए-

    A) केवल 1 और 2           

    B) केकल 2 और 3

    C) केवल 1 और 3           

    D)        उपर्युक्त सभी

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर -उपर्युक्त सभी
    व्याख्या - स्वायत्त तंत्रिका तंत्र(Autonomic Nervous System) - इसकी अवधारणा लैंगली(Langelly, 1921) ने दी थी, यह तंत्रिका तंत्र अंतरांगों की क्रियाओं को नियंत्रित तथा नियमित करता है। यह मस्तिष्क तंत्रिकाओं एवं मेरुरज्जु तंत्रिकाओं से मिलकर बना होता है जो कि शरीर के आंतरिक अंगों तथा रक्त वाहिनियों को तंत्रिकाओं से समायोजित करता है।  इस तंत्र द्वारा नियंत्रित अंगों पर बिना इच्छा के स्वत: कार्य होता हैं। शरीर क्रिया की दृष्टि से स्वायत्त तंत्रिका तंत्र को निम्नलिखित दो भागों में विभक्त किया जाता हैं-
    1. अनुकंपी (वक्षकटि) तंत्र,
    2. परानुकंपी (करोटि त्रिक) तंत्र।
    अनुकम्पी तंत्रिका तंत्र(Sympathetic Nervous System) - यह त्वचा के इरेक्टर पेशियों में संकुचन करता है जिसके कारण बाल खड़े हो जाते हैं। हृदय को संकुचित कर यह हृदय गति को बढ़ाता है इसकी सक्रियता से स्वेद ग्रन्थियों में साव आरंभ होता है यह तंत्र आंख की पुतली को फैलाने का कार्य करता है। जिससे अधिक मात्रा में प्रकाश आंख में प्रवेश करता है। इससे रुधिरवाहिनी में संकुचन के फलस्वरूप रक्तचाप बढ़ जाता है। यह तंत्र श्वसनियों(Bronchi) को फैला देता है, जिससे श्वसन दर में वृद्धि हो जाती है। इस तंत्र के तन्तु एड्रीनेलिन के समान सिम्पैथिन(Symphathin) नामक रसायन का स्राव करते हैं जो अंगों की क्रियाशीलता को बढ़ाता है। रुधिर में RBCs की संख्या में वृद्धि करना, मूत्राशय की पेशियों को फैलाना, गुदा के स्फिंक्टर को सिकोड़ना, आहारनाल के क्रमानुकुंचन को कम करना, पाचन ग्रंथियों के स्राव को कम करना, लार ग्रंथियों के स्राव को कम करना, एड्रीनल के स्राव को बढ़ाना, इस सामूहिक प्रभाव से भय, पीड़ा तथा क्रोध में तीव्रता आती है।
    टिप्पणी - इसके विपरीत कार्य परानुकम्पी तंत्रिका तंत्र (Parasympathetic Nervous System) के होते है।


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