A) अधिक हो जाता है
B) कम हो जाता है
C) बराबर रहता है ।
D) उपरोक्त में से कोर्इ नहीं
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - कम हो जाता है |
व्याख्या- आवरण-प्रभाव के कारण परमाणु के संयोजी इलेक्ट्रॉनों द्वारा अनुभव किया गया प्रभावी नाभिकीय आवेश (Effective Nuclear Charge) नाभिक में उपस्थित वास्तविक नाभिकीय आवेश (Actual Nuclear Charge) से कम हो जाता है। उदाहरणार्थलीथियम का बाह्यतम 2s इलेक्ट्रॉन (संयोजी इलेक्ट्रॉन) उसके आंतरिक 1s क्रोड इलेक्ट्रॉनों द्वारा आवरण-प्रभाव का अनुभव करता है। फलस्वरूप लीथियम का संयोजी इलेक्ट्रॉन वास्तविक +3 धनावेश से कम प्रभाव का धनावेश अनुभव करेगा। आवरण-प्रभाव उस परिस्थिति में अत्यधिक प्रभावी होता है, जब आंतरिक कोश के कक्षक पूर्ण रूप से भरे होते हैं। इस प्रकार की स्थिति क्षारीय धातुओं में मिलती हैं, जिसमें एकांकी इलेक्ट्रॉन (n= बाह्यतम कोश) से पहले कोश में उत्कृष्ट गैस का इलेक्ट्रॉन-विन्यास होता है। |
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