Super Exam Chemistry Chemistry in Everyday Life / दैनिक जीवन में रसायन Question Bank दैनिक जीवन में रसायन

  • question_answer
    निम्नलिखित में से पेनिसिलिन के सम्बंध में कौन साध्से कथन सत्य हैं?
    1. प्रतिजीवाणु कवक है।
    2. यह ग्राम पॉजिटिव और ग्राम नेगेटिव दोनों प्रकार के जीवाणओं के प्रति प्रभावी है।
    3. पेनिसिलिन देने से पूर्व रोगी की पेनिसिलिन के प्रति ऐलर्जी का परीक्षण करना अतिआवश्यक होता है।
    4. पेनिसिलिन एक प्रति हिस्टैमिनन ही है।

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) केवल 1 और 2

    D) केवल 3 और 4

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - केवल 3 और 4
    व्याख्या - पेनिसिलीन कवक द्वारा संश्लेषित ओषधि है ना कि कवक। यह जीवाणु की कोशिका भित्ति को नष्ट करके जीवाण को नष्ट करता है। अत: इसमें जीवाणु रोधी प्रभाव होता है। पेनिसिलिन (G) एक विस्तृत स्पेक्ट्रम प्रति जैविक नहीं है। इसलिए इसका प्रयोग ग्राम पॉजिटिव और ग्राम नेगेटिव दोनों प्रकार के जीवाणुओं के लिए प्रभावी नहीं होता, यह एक संकीर्ण स्पेक्ट्रम प्रति जैविक है। ऐम्पिसिलिन और ऐमोक्सिसिलिन, पेनिसिलिन के संश्लेषित रूपांतर हैं। इनका स्पेक्ट्रम विस्तृत है। पेनिसिलिन देने से पूर्व रोगी की इसके प्रति संवेदनशीलता (ऐलर्जी) का परीक्षण करना अतिआवश्यक होता है।
    टिप्पणी- क्लोरेम्फेनिकॉल जो 1947 में पृथक किया गया एक विस्तृत स्पेक्ट्रम वाला प्रति जीवाणु है। यह जठरांत्र क्षेत्र में अतिशीघ्र अवशोषित हो जाता है। अत: इसे टाइफाइड, पेचिश, तीव्रज्वर, कुछ मूत्र संक्रमणों, तानिका-शोथ (मेनिनजाइंट्स) तथा न्यूमोनिया जैसे रोगों के उपचार में दिया जाता है। वेंकोमाइसिन और ऑफ्लोक्सासिन अन्य महत्वपूर्ण विस्तृत स्पेक्ट्रम प्रति जीवाणु हैं। प्रतिजीवाणु डिसिडैजिरिन को कैंसर कोशिकाओं के कुछ, प्रभेदों (Strains) के प्रति अविषाक्त माना जाता है। विशेष- भारतवर्ष में पेनिसिलिन का उत्पादन पिम्परी में हिन्दुस्तान ऐंटीबॉयोटिक्स द्वारा तथा निजी औद्योगिक क्षेत्र में होता है।


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