Super Exam Chemistry Chemistry in Everyday Life / दैनिक जीवन में रसायन Question Bank दैनिक जीवन में रसायन

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    पॉलिथिलीन ग्लाइकॉल किस प्रकार के अपमार्जकों को बनाने के लिए प्रयुक्त होते हैं?

    A) धनायनी अपमार्जक

    B) ऋणायनी अपमार्जक

    C) अनआयनिक अपमार्जक

    D) साबुन

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर: अनआयनिक अपमार्जक
    व्याख्या - संश्लेषित अपमार्जक- वह शोधन अभिकर्मक हैं जिन में साबुन के सभी गुण होते हैं, परंतु जो वास्तव अपमार्जक में साबुन नहीं होते। यह मृदु एवं कठोर, दोनों प्रकार के जल में उपयोग किए जा सकते हैं, क्योंकि यह कठोर जल में भी झाग बनाते हैं। कुछ अपमार्जक तो बर्फीले जल में भी झाग देते हैं। संश्लेषित अपमार्जकों को तीन वगोर्ं में बांटा गया है
    (i) ऋणायनी  
    (ii) धनायनी तथा
    (iii) अनायनिक
    (i) ऋणायनी अपमार्जक- ऋणायनी अपमार्जक लंबी श्रृंखला वाले ऐल्कोहॉलों अथवा हाड्रोकार्बनों के सल्फोनेटित व्युत्पन्न होते हैं। दीर्घ श्रृंखला वाली ऐल्कोहॉलों को सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल से अभिक्रिया कराने से ऐल्किल हाइड्रोजन सल्फेट बनते हैं जिन्हें क्षार से उदासीन करने पर ऋणायनी अपमार्जक बनते हैं। इसी प्रकार से ऐल्किल बेन्जीन सल्फोनेट, ऐल्किल बेन्जीन सल्फोनिक अम्लों को क्षार द्वारा उदासीन करने से प्राप्त होते हैं।ऋणायनी अपमार्जकों में अणु का ऋणायनी भाग शोधन क्रिया में शामिल होता है। ऐल्किल बेन्जीन सल्फोनेटों के सोडियम लवण ऋणायनी अपमार्जकों के महत्वपूर्ण वर्ग हैं। यह अधिकतर घरेलू उपयोग में आते हैं। ऋणायनी अपमार्जक दंत मंजन में भी इस्तेमाल किए जाते हैं।
    (ii) धनायनी अपमार्जक (cationic detergents)- धनायनी - अपमार्जक एमीनों के ऐसीटेट, क्लोराइड या ब्रोमाइड ऋणायनों के साथ बने चतुष्क लवण होते हैं। इनमें धनायनी भाग में लंबी हाइड्रोकार्बन श्रृंखला होती है तथा नाइट्रोजन अणु पर एक धंनआवेश होता है। अत: इन्हें धनायनी अपमार्जक कहते हैं। सेटिलट्राइमेथिल अमोनियम ब्रोमाइड एक प्रचलित धनायनी अपमार्जक है जो हेयर कंडीशनरों में डाला जाता है। धनायनी अपमार्जकों में जीवाणुनाशक गुण होते हैं तथा यह महंगे होते हैं इसलिए इनके सीमित उपयोग
    (iii) अनायनिक अपमार्जक (Non ionic detergents) -अनायनिक अपमार्जकों की संरचना में कोर्इ आयन नहीं होता। एक ऐसा अपमार्जक स्टीऐरिक अम्ल तथा पॉलीएथिलीन ग्लाइकॉल की अभिक्रिया से बनता है। बर्तन धोने के उपयोग में आने वाले द्रव अपमार्जक अनायनिक प्रकार के होते हैं। इस प्रकार के अपमार्जकों की शोधन क्रिया विधि भी वही होती है जो साबुनों की होती है। यह भी तेल तथा वसा को मिसेल बनाकर निष्काषित करते हैं।


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