A) तूतीए हिंद
B) केसर-ए-हिंद
C) जिल्ले-इलाही
D) दीन-ए-इल्लाही
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - जिल्ले-इलाही व्याख्या - बलबन का राजत्व सिद्धान्त प्रतिष्ठा शक्ति और न्याय पर आधारित था। उसने अपने दोनों पुत्रों मुहम्मद एवं महमूद को राजत्व के सम्बन्ध में निर्देश दिया है। इसके अनुसार राजा का पद ईश्वर द्वारा प्रदान किया जाता है अतः राजा का निरंकुश होना आवश्यक है। इसने दो उपाधियां नियामत-ए-खुदाई (राजा को धरती पर ईश्वर का प्रतिनिधि) जिल्ले-इल्लाही (ईश्वर का प्रतिबिम्ब) धारण की।You need to login to perform this action.
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