Super Exam Chemistry Metallurgy / धातुकर्म Question Bank धातुकर्म

  • question_answer
    चुंबकीय पृथक्करण विधि निम्नलिखित में से किसकी सांद्रता बढ़ाने के लिए उपयोगी है?

    A) कैल्साइट

    B) मैग्नेसाइट

    C) मैग्नेटाइट

    D) हॉर्न सिल्वर

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - मैग्नेटाइट
    व्याख्या - चुंबकीय पृथक्करण- यह विधि अयस्क के घटकों में चुंबकीय गुणों की भिन्नता पर आधारित है। यदि अयस्क या गैंग में से कोर्इ भी एक चुंबकीय क्षेत्र की ओर आकर्षित हो सकता है तब इस प्रकार से पृथक्करण किया जाता है। उदाहरण के लिए लौह अयस्क हेमेटाइट, मैग्नेटाइट चुंबक की ओर आकर्षित होते हैं। इसके अलावा इस विधि द्वारा क्रोमाइट अयस्क (\[FeO.C{{r}_{2}}{{O}_{3}}\]) को चुम्बकीय गुण होने के कारण, सिलिका गैंग से अलग किया जाता है। दो खनिजों (एक चुम्बकीय तथा अन्य अचुम्बकीय) का मिश्रण भी इस विधि द्वारा अलग किया जाता है। उदाहरणवौल्फ्रेमाइट (\[FeW{{O}_{4}}\]) (चुम्बकीय) तथा कैसिटेराइट (\[Sn{{O}_{2}}\]) (अचुम्बकीय) को इस विधि से अलग किया जाता है।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner