1. यह उपजाऊ मध्य गंगा के मैदान के मध्य पड़ता था। |
2. उसके पास समृद्ध लौह खनिज के भण्डार थे। |
3. इसकी दोनों राजधानियां- सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर थी। |
A) केवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 1 और 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर [d] 1, 2 और 3 व्याख्या - पाटलिपुत्र गंगा, गंडक और सोन नदियों के संगम पर स्थित थी। सोन और गंगा नदियां इसके पश्चिम और उत्तर में थीं, तो पुनपुन दक्षिण और पूर्व की ओर से घेरे हुए थी। इस प्रकार पाटलिपुत्र एक जलदुर्ग था। मगध राज्य के पास समृद्ध लौह खनिज के भंडार थे। जिसके कारण वे प्रभावशाली हथियार बना सके। परिणामतः यहां के किसान काफी अनाज पैदा कर लेते थे और भरण-पोषण के बाद भी उनके पास काफी अनाज बचता था। मगध की दोनों राजधानियां- प्रथम राजगीर और द्वि तीय पाटलिपुत्र सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर थी। राजगीर पांच पहाड़ियों की श्रृंखला से घिरी थी जबकि मगध दूसरी राजधानी पाटलिपुत्र केन्द्र भाग में स्थित होने के कारण महत्वपूर्ण थी।You need to login to perform this action.
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