A) महेन्द्र वर्मन
B) नरसिंह वर्मन
C) रामानुज
D) रामानुज
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - महेन्द्र वर्मन |
व्याख्या -महेन्द्रवर्मन शैली के मंदिर अपनी सादगी के लिए विख्यात हैं। महेंद्रवर्मन शैली का विकास 600 ई. से 635 ई. तक हुआ। इसके अंतर्गत महेंद्रवर्मन प्रथम के शासन में स्तम्भ युक्त मंडप बने। ये साधारण हॉल के समान है जिनकी पीछे की दीवार में एक कोठरियां बनाई गई हैं। हॉल के प्रवेश द्वार स्तंभ पंक्तियों से बनाए गए हैं। |
टिप्पणी - राजा नरसिंह वर्मन ने चिंगलपेट में समुद्र किनारे महाबलीपुरम उर्फ मामल्लपुरम नामक नगर की स्थापना की और रथ निर्माण का शुभारंभ किया। पल्लव काल में रथ या मंडप दोनों ही प्रस्तर काटकर बनाए जाते थे। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec