A) ऊपरी एवं निचली भूपर्पटी
B) निचली भूपर्पटी - ऊपरी मेंटल
C) ऊपरी मेंटल - निचली क्रोड
D) ऊपरी एवं निम्न मेंटल
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - निचली भूपर्पटी - ऊपरी मेंटल |
व्याख्या - मोहोरोविसिक या मोहो असंबद्धता एक संक्रमण परत है जिसमें दो परतों के गुण पाए जाते हैं। भूपर्पटी की निचली सीमा और मैन्टल के ऊपरी सीमा के मध्य स्थित है। यह क्षेत्र भूतल से लगभग 35 किमी. की गहरार्इ पर मिलती है। इस सीमा से भूकंपीय तरंगों की गति में परिवर्तन हो जाता है क्योंकि इसके ऊपर और नीचे स्थित चट्टानों के घनत्व में पर्याप्त अंतर पाया जाता है। टिप्पणी - मोहो असंबद्धता की खोज सर्वप्रथम मोहोरोविसिक ने 1909 र्इ. में किया था जिसके नाम पर इसका नामकरण किया गया । |
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