Super Exam History Early Medieval India Question Bank पूर्व मध्यकालीन भारत

  • question_answer
    ‘उत्कृष्ट ग्रामीण प्रशासन’ के लिये कौन-सा राजवंश प्रसिद्ध था?

    A) पाण्ड्य

    B) चेर

    C) राष्ट्रकूट

    D) चोल

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - चोल    
    व्याख्या - चोल प्रशासन अपने ग्रामीण प्रशासन के लिये प्रसिद्ध था। यहां गांवों को काफी स्वायत्तता प्राप्त रहती थी। इनके मामलों को एक कार्यकारिणी समिति संभालती थी, जिसके सदस्यों का चुनाव तीन वर्ष के लिये किया जाता था।
    टिप्पणी - प्रशासन की सुविधा हेतु सम्पूर्ण चोल साम्राज्य 6 प्रान्तों में विभक्त था। प्रान्तों को ‘मण्डलम्’ कहा जाता था। प्रायः राजकुमारों को यहां का प्रशासन देखना पड़ता था। मण्डलम् को कोट्टम (कमिश्नरी) में, कोट्टम को नाडु (जिले) में एवं प्रत्येक नाडु को कई कुर्रमों (ग्राम समूह) में विभक्त किया गया था। बड़े-बड़े शहर या गांव एक अलग कुर्रम बन जाते थे और तनियूर या तंकुरम कहलाते थे। मण्डलम् से लेकर ग्राम स्तर तक के प्रशासन हेतु स्थानीय सभाओं का सहयोग लिया जाता था। ‘नाडु’ की स्थानीय सभा को ‘नाटूर’ एवं नगर की सभाओं को क्रमशः श्रेणी और पूग कहा जाता था।


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