Super Exam History Early Medieval India Question Bank पूर्व मध्यकालीन भारत

  • question_answer
    चोलकालीन विशेषताओं पर विचार कीजिये-
    1. मंदिर के साथ जुड़े शिल्पों में सबसे विशिष्ट था कांस्य प्रतिमाएं बनाने का काम।
    2. चोल कांस्य प्रतिमा संसार के सबसे उत्कृष्ट प्रतिमाओं में गिनी जाती है।
    उपर्युक्त में से कौन-से कथन सत्य हैं?

    A) केवल

    B) केवल 2

    C) 1 और 2 दोनो

    D) ना तो 1 ना ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - (c) 1 और 2 दोनो व्याख्या - चोल स्थापत्य की सबसे बड़ी विशेषता है कि उन्होंने वास्तुकला में मूर्तिकला और चित्रकला का भी बेजोड़ संगम किया। चोलयुगीन मूर्तियों में नटराज की कांस्य प्रतिमा सर्वोत्कृष्ट है। टिप्पणी - महान चोलों राजराज से कुलोतुंग- III तक के दौर में तंजावुर में वृहदेश्वर मंदिर तथा गंगईकोंड चोलपुरम का शिव मंदिर (राजेन्द्र प्रथम) ख्याति प्राप्त हैं।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner