Super Exam Geography Land Movement and Related Topographies / भू-संचलन एवं संबंधित स्थलाकृतियाँ Question Bank भू-संचलन एवं संबंधित स्थलाकृतियाँ

  • question_answer
    भूसंचलन के सम्बंध में निम्न कथनों पर विचार करें (UPPSC 2007)
    1. भूकम्प, ज्वालामुखी व भू-स्खलन का कारण दीर्घकालिक बल हैं।
    2. लम्बवत तथा क्षैतिज संचलन का आकस्मिक का कारण आकस्मिक बल है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - न तो 1 न ही 2
    व्याख्या - उपर्युक्त दोनों कथन असत्य है। अन्तर्जात बलों को कार्य की तीव्रता के आधार पर दो प्रकारों में बांटा गया है। वस्तुत: भूकम्प, ज्वालामुखी व भू-स्खलन का कारण आकस्मिक बल हैं जबकि लम्बवत तथा क्षैतिज संचलन का का कारण दीर्घकालिक बल है।
    टिप्पणी - अंतर्जात बल के निम्न 2 प्रकार होते हैं -
    आकस्मिक बल - अंतर्जात बल भूतल पर विषमताओं का सृजन करते हैं। इस बल से भूपटल पर विनाशकारी घटनाओं का आकस्मिक आगमन होता है। भूकम्प, ज्वालामुखी व भू-स्खलन आदि इसी बल का परिणाम हैं।
    दीर्घकालिक बल - बहिर्जात बल (बहता जल, सागरीय तरंग, हिमानी, भूमिगत जल, पवन आदि) समतल स्थापक बल होते हैं। इसे पटल विरूपणी बल भी कहा जाता है। इसके अन्तर्गत लम्बवत तथा क्षैतिज संचलन आते हैं अर्थात इन संचलनों को क्रमश: महाद्वीप निर्माण कारी लम्बवत संचलन तथा पर्वत निर्माण कारी क्षैतिज संचलन कहते हैं।
    नोट - ‘‘संतुलन’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग अमेरिकी भूगर्भवेत्ता ‘डटन’ ने 1889 में किया था।


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