Super Exam Geography Land Movement and Related Topographies / भू-संचलन एवं संबंधित स्थलाकृतियाँ Question Bank भू-संचलन एवं संबंधित स्थलाकृतियाँ

  • question_answer
    निम्न कथनों पर विचार करें -
    1. क्षैतिज संचलन का समान रूप से क्रियाशील न होने से पंखा वलन का निर्माण होता है।
    2. एकदिगनत वलन से ग्रीवाखंड का निर्माण होता है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - केवल 1
    व्याख्या - कथन 2 असत्य है। वस्तुत: परिवलित वलन में अधिक संपीड़न बल के कारण किसी एक भुजा का टूट कर दूर विस्थापित हो जाने से ग्रीवाखंड का निर्माण होता है। जबकी परिवलित वलन में अत्यधिक संपीडन के कारण वलन के नीचे की भुजा, ऊपरी भुजा के ऊपर विस्थापित हो जाती है। तब उसे प्रतिवलन कहते हैं। कथन 1 सत्य है क्योंकि क्षैतिज संचलन बल आमने-सामने क्रियाशील होने की स्थिति के क्रम में इसी क्षैतिज संचलन का समान रूप से क्रियाशील न होने के परिणामस्वरूप विभिन्न स्थानों में संपीडन की भिन्नता के साथ ही पंखे के आकार की वलित आकृति को पंखा वलन के नाम से जाना जाता है।
    एकदिग्नत वलन - जब किसी वलन की एक भुजा सामान्य ढाल वाली तथा. उसी वलन की दूसरी भुजा पहली भुजा पर समकोण बनाती है एवं उसका ढाल खड़ा होता है। इस प्रकार के वलन को एकदिग्नत वलन कहते हैं।


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