Super Exam Physics Physical World / भौतिक जगत Question Bank भौतिक पदार्थों के सामान्य गुण

  • question_answer
    किसी वस्तु पर आरोपित वह बाह्य बल जिसके कारण वस्तु के आकार या आकृति में या दोनों परिवर्तन हो कहलाता है?

    A) विरूपक बल

    B) प्रत्यास्थता

    C) प्रत्यास्था सीमा

    D) प्रत्यास्थता श्रांति

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - विरूपक बल
    व्याख्या - ठोस पदार्थों में यांत्रिक गुण
    विरूपक बल (Deforming Force): किसी वस्तु पर आरोपित वह बाह्य बल जिसके कारण वस्तु के आकार या आकृति में या दोनों में परिवर्तन हो जाता है, विरूपक बल कहलाता है।
    प्रत्यास्थता (Elasticity): वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह वस्तु पर लगाये गये विरूपक बल को हटा लेने पर अपनी पूर्ण अवस्था को प्राप्त कर लेती है अथवा प्राप्त करने का प्रयास करती है प्रत्यास्थता कहलाती है
    पूर्णतः प्रत्यास्थ (Perfectly Elastic): वह वस्तु जो बाह्य बल हटाने के पश्चात पूर्णत अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाती है। पूर्णतः प्रत्यास्थ कहलाती है
    प्रकृति में ऐसा कोई पदार्थ नहीं है जो पूर्णत प्रत्यास्थ हो। एक निश्चित सीमा तक के बल के लिए क्वाटर्ज, फॉस्फर ब्रॉज (तांबे की मिश्र धातु जिसमे 4% से 10 % टीन तथा 0.05% से 1% फास्फोरस हो) तथा हाथी दांत (Lvory) को लगभग पूर्णतः प्रत्यास्थ माना जा सकता है। स्टील की पत्ती, इस्पात की स्प्रिंग, रबर की डोरी को भी पूर्ण प्रत्यास्थ की श्रेणी में रखा गया है।
    प्लास्टिक वस्तुः वे वस्तुएं जो बाह्य बल हटा लेने के पश्चात भी विकृत अवस्था में रहती है। प्लास्टिक अथवा पूर्ण सुघट्य वस्तु कहलाता है।
    जैसे- मोम का टुकड़ा, और गीली मिटटी को सर्वाधिक पूर्ण सुघट्य माना गया है।
    प्रत्यास्थता सीमा: विरूपक बल की वह अधिकतम सीमा जिसके आगे बल बढ़ाने पर वस्तु अपनी प्रारंभिक अवस्था में नहीं लौटती है प्रत्यास्थता सीमा कहलाती है।
    प्रत्यास्थता श्रांतिः किसी वस्तु पर आरोपित बल बार-बार परिवर्तित करने पर वह कुछ समय के लिए प्रत्यास्थता का गुण खो देती है। इस प्रकार प्रत्यास्थता के गुण का अस्थाई ह्रास प्रत्यास्थता श्रांति कहलाता है।


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