Super Exam History Development of education and press in India Question Bank भारत में शिक्षा एवं प्रेस का विकास

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    शिक्षा में प्राच्यवाद के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -
    1. प्राच्यवादी विचारों के आधार पर ही कलकत्ता में एक मदरसे तथा बनारस में हिन्दू कॉलेज की स्थापना की गर्इ
    2. विलियम जोन्स और हैनरी टॉमस कोलस्क प्राच्यवादी थे।
    3. वारेन हेस्टिंग्स प्राच्यवादियों के घोर विरोधी थे।
    4. प्राच्यवादी मानते थे कि अग्रेजों को पश्चिमी ज्ञान की
    बजाय भारतीय ज्ञान को ही प्रोत्साहन देना चाहिये। उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?

    A) केवल 1, 2 और 3

    B) केवल 2, 3 और 4

    C) केवल 1, 2 और 4

    D) 1, 2, 3 और 4

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - केवल 1, 2 और 4 व्याख्या-प्राच्यवादी मानते थे कि अग्रेजों को पश्चिमी ज्ञान की तुलना में भारतीय ज्ञान को ही प्रोत्साहित करना चाहिये। वे मानते थे हिन्दुओं और मुसलमानों को वही पढ़ाया जाना चाहिये, जिससे वे पहले से परिचित हैं और जिसे वे आदर एवं महत्व देते हैं। विलियम जोन्स कौन था? विलियम जोन्स 1783 में भारत आए। ये कंपनी द्वारा स्थापित सुप्रीम कोर्ट के जूनियर जज के पद पर कार्यरत थे। ये एक भाषाविद् तथा विचारों से प्राच्यवादी थे। हैनरी टॉमस कोलकक और नैथेनियल. हॉलहेड भी प्राच्यवादी थे। वारेन हेस्टिंग्स प्राच्यवादियों के प्रबल समर्थक थे। प्राच्यवादियों के विचारों को ध्यान में रखकर ही 1781 र्इ. में अरबी, फारसी, इस्लामिक कानून के अध्ययन को बढ़ावा देने के लिये कलकत्ता में एक मदरसा खोला गया। इसी क्रम में 1791 र्इ. में बनारस में हिन्दू कॉलेज की स्थापना की गर्इ, ताकि वहां प्राचीन संस्कृत ग्रंथों की शिक्षा दी जा सके और देश का शासन चलाने में मदद मिले।


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