Super Exam History Indian National Movement Question Bank भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का प्रथम चरण-उदारवादी चरण

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    निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये
    1. कांग्रेस विभाजन के बाद ब्रिटिश सरकार ने गरमपंथी राष्ट्रवादियों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया।
    2. 1907 ई. के सूरत अधिवेशन के बाद कांग्रेस संगठन पर गरमपंथी नेताओं का अधिकार हो गया।
    उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?

    A) केवल 1

    B) 1 और 2 दोनों

    C) केवल

    D) न तो 1 और न ही 2

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - (b)1 और 2 दोनों
    व्याख्या - 1907 ई. में कांग्रेस के सूरत अधिवेशन के बाद पार्टी के विभाजन से लाभ किसी भी दल को नहीं हुआ। ब्रिटिश सरकार ने गरमपंथी राष्ट्रवादियों का दमन किया तथा इसके लिये उन्होंने नरमपंथी राष्ट्रवादियों का समर्थन लेने का प्रयास किया। नरमपंथी राष्ट्रवादियों को खुश करने के लिये उन्होंने 1909 ई. के इंडियन काउंसिल एक्ट के रूप में सांविधानिक सुधारों की घोषणा की। इसी कानून को 1909 ई. के मार्ले- मिंटो सुधार के नाम से जाना जाता है।


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